इतिहासपुराणाभ्यां वेदं समुपबृंहयेत् इतिहासपुराणाभ्यां वेदं समुपबृंहयेत् महा.आ.प. १/२६७ इतिहास और पुराणों के द्वारा ही वेद के अर्थ का विस्तार करना चाहिए