हेला स्यात् कार्यनाशाय बुद्धिनाशाय निर्धनम्।
याचना माननाशाय कुलनाशाय भोजनम्।।
हेला कार्यनाशाय स्यात् – उपेक्षा कार्य का नाशक होती है
निर्घनं बुद्धिनाशाय स्यात् – निर्धनता बुद्धिका नाशक होती है
याचना माननाशाय स्यात् – याचना सम्मान का नाश करती है
भोजनं कुलनाशाय स्यात् – भोजन कुल का नाश करता है।